खबर संसार, नई दिल्ली : 10 April से निजी अस्पतालों में भी लगेगी कोरोना बूस्टर डोज, कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। चीन सहित कई देशों में ये लगातार बढ़ रहा है। चीन में तो इतना बुरा हाल चुका है कि उसके कई राज्यों एक बार फिर से लाॅकडाउन लगा दिया गया है। हालांकि भारत में कोरोना की रफ्तार तेजी से कम हो रही है। लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। इसलिए अब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि अगर कोई बूस्टर डोज लगवाना चाहता है तो वह तो वह व्यक्ति 10 April से निजी अस्पताल में बूस्टर की डोज लगवा सकता है।
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यहां बता दें कि भारत की कारोना की रफ्तार कम जरूर हुई है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। हमें बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। जिसके चलते स्वास्थ्य मंत्रालय ने फैसला लिया है कि अगर कोई भी व्यक्ति 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग अगर कोरोना की बूस्टर डोज लगवाना चाहता है तो वह 10 April से प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटरों पर प्रीकॉशन यानी बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। यह कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक होगी।
सरकार ने इसलिए लिया बूस्टर डोज लगवाने का फैसला
देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से कम हो रही है और इस बीच इसके खतरे को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रविवार से देश के हर वयस्क नागरिक को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर लगवाने की सुविधा रहेगी। यदि कोई व्यक्ति बूस्टर डोज लेना चाहता है तो फिर वह निजी अस्पताल में जाकर लगवा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 18 साल से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति टीका लगवा सकता है। हालांकि यह बूस्टर डोज लेना अनिवार्य नहीं है। यह पूरी तरह से ऐच्छिक है। यदि किसी को बूस्टर डोज लेना जरूरी लगता है तो वह लगवा सकता है।
मंत्रालय ने कहा कि फिलहाल सरकारी केंद्रों पर पहली और दूसरी डोज लगाई जा रही है। इसके अलावा हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ज्यादा आयु वाले लोगों को बूस्टर डोज भी इन केंद्रों पर दी जा रही है। इसके अलावा अन्य लोग जो भी बूस्टर डोज लेने के इच्छुक हैं, वे भी निजी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जाकर टीका लगवा सकते हैं।